अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की तिथि घोषित
रामचरित मानस में संसोधन किए जाने पर लम्बे समय तक देशभर में संत-धर्माचार्यों और हिन्दू धर्म के विद्वानों के बीच विवादों में घिरे रहे चित्रकूट के तुलसी पीठाधीश्वर व प्रख्यात रामकथा मर्मज्ञ जगदगुरु रामभद्राचार्य ने अयोध्या में रामजन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण की तिथि की यहां घोषणा कर मोदी सरकार के सामने नई मुसीबत खड़ी कर दी है।
रामजन्मभूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की मौजूदगी में रामभद्राचार्य ने मंदिर निर्माण कार्य शुरू होने से लेकर इसके पूर्ण होने की तिथि भी तय कर दी। उन्होंने कहा कि अयोध्या में मेक शिफ्ट स्ट्रक्चर के रूप में रामलला के लिए मंदिर का निर्माण तो हो ही चुका है। अब सिर्फ इसके जीर्णोद्धार की जरूरत है, जो जल्द शुरू होगा।
फैजाबाद के मसौधा स्थित महावा गांव में आयोजित रामकथा प्रवचन के मौके पर रामभद्राचार्य ने कहा कि अब राम मंदिर के जीर्णोद्धार को होने से कोई रोक नहीं सकता है। वर्ष 2016 में मंदिर के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो जाएगा। बड़ी बात ये रही कि जिस वक्त जगदगुरु रामभद्राचार्य खुले मंच से अयोध्या के विवादित स्थल पर भव्य राम मंदिर निर्माण के जीर्णोद्धार की घोषणा कर रहे थे, उस समय श्री रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास भी मंच पर उनके साथ मौजूद थे। न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास की मौजूदगी में राम मंदिर निर्माण की तिथि घोषित की गई।
जगदगुरु रामभद्राचार्य ने बताया कि मंदिर निर्माण कार्य वर्ष 2016 में शुरू होकर छह दिसंबर वर्ष 2018 तक पूरा हो जाएगा। जगदगुरु रामभद्राचार्य ने राम मंदिर आन्दोलन में अहम भूमिका निभाने वाले परमहंस रामचंद्र दास और अशोक सिंघल की भी चर्चा की। उन्होंने कहा कि दोनों हिन्दू नेता अयोध्या में भव्य राम मंदिर निर्माण का सपना संजोए चले गए लेकिन अब उनका सपना पूरा होने का वक्त आ गया है।
Souce: HT